स्वतंत्र अवाज विशेष
भारत विकसित तब बनेगा जब भारत के युवा नशा मुक्त होंगे- कौशल किशोर.. नशा मुक्त समाज आन्दोलन-अभियान कौशल का” पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन..
Bilaspur- अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर में आज “नशा मुक्त समाज आंदोलन -अभियान कौशल का” विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया.. इस आयोजन के मुख्य अतिथि श्री कौशल किशोर, केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री भारत सरकार थे.. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संतोष सिंह पूलिस अधिक्षक बिलासपुर और अक्षय कांत, राष्ट्रीय संयोजक नशा मुक्त समाज आंदोलन -अभियान कौशल का थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेई ने किया..
सर्वप्रथम अतिथियों ने अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, स्वतन्त्रता सेनानीयों को नमन करके मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित, और कुलगीत गायन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा एच एस होता ज़ी ने दिया। विशिष्ट अतिथि श्री अक्षय कांत राष्ट्रीय संयोजक, नशा मुक्त समाज आंदोलन -अभियान कौशल का ने अपने उद्बोधन में कहा कि युवा देश के विकास के नींव होते हैं परन्तु दुर्भाग्यवश यह युवा नशा करके अपने व्यक्तित्व, परिवार, समाज को नुक्सान पहुंचा रहे हैं.. उन्होंने कहा कि देश को नशामुक्त और सुरक्षित बनाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है..
विशिष्ट अतिथि संतोष सिंह पुलिस अधिक्षक बिलासपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपराध का सबसे प्रमुख कारण नशा है.. उन्होंने बिलासपुर पूलिस के द्वारा चलाए जा रहे “निजात” कार्यक्रम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी और युवा को स्वयं तथा समाज को नशामुक्त करने का आह्वान किया.. मुख्य अतिथि कौशल किशोर, केन्द्रीय आवासन शहरी कार्य राज्य मंत्री, भारत सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत में युवा नशा के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय साजिश का शिकार हो रहे हैं.. समाज युवाओं के भविष्य पर निर्भर करता है विकसित भारत तब बनेगा जब युवा नशा मुक्त होंगे..
उन्होंने सम्पूर्ण देश में इस आंदोलन के द्वारा अब तक दस करोड़ लोगों को जागरूक करने की बात कही.. उन्होंने बताया कि, आने वाले नौ अगस्त को दिल्ली के ताल कटोरा मैदान पर एक देश व्यापी कार्यक्रम करने की जानकारी दी.. उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को नशामुक्त रहने का शपथ दिलाया.. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे माननीय कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेई ने अपने उद्बोधन में कहा कि.. युवा शक्ति की सृजनशीलता, विवेकशीलता, दक्षता नशें से समाप्त हो रही है.. इस कार्यक्रम के संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा और सह संयोजक श्री गौरव साहू थे, कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वाति रोज़ टोप्पो ने किया.. तथा आभार प्रदर्शन कुलसचिव शैलेन्द्र दुबे ने किया..
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपकुलसचिव नेहा राठिया, परीक्षा नियंत्रक डॉ तरूण दिवान, सहायक कुलसचिव रामेश्वर राठौर, फखरूद्दीन कुरेशी, सौमित्र तिवारी, डॉ लतिका भाटिया, डॉ रेवा कुलश्रेष्ठ, डॉ पूजा पांडेय, डॉ सीमा बेरोलकर, डॉ शुमोना भट्टाचार्य, डॉ रश्मि गुप्ता, डॉ धर्मेंद्र कश्यप, डॉ जितेन्द्र गुप्ता, संतोष तिवारी, राजेश दुआ, कमल छाबड़ा, वेद प्रकाश अग्रवाल सहित विश्व विद्यालय के समस्त प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी गण उपस्थित थे