खाद्य नियंत्रक के निर्देश पर दुकानों की जांच में निकली खाद्य विभाग की टीम.. जनता का चावल बेचने और चोरी करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई- खाद्य अधिकारी..

बिलासपुर– कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश के परिपालन में खाद्य नियंत्रक के नेतृत्व में खाद्य विभाग टीम आज शासकीय उचित मूल्य दुकानो की जांच के लिए निकली.. जिले में नए खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर द्वारा चार्ज लेने के बाद खाद्य विभाग में बदलाव की बयार बह रही है.. पहले बार बार शिकायतो के बावजूद भी मठाधीश बने बैठे अधिकारी जांच और कार्रवाई तक नहीं करते थे लेकिन खाद्य अधिकारी अमृत कुजूर के पदभार संभालने के बाद विभाग की टीम द्वारा दुकानों की जांच शुरू हो गई है.. आज खाद्य नियंत्रक के निर्देश पर एएफो राजीव लोचन तिवारी के नेतृत्व में टीम दुकानों की जांच करने फील्ड पर निकली जहां कई दुकानों की जांच की गई.. दरअसल कई शासकीय उचित मूल्य दुकान के विक्रेताओं द्वारा जनता के राशन को खरीदफरोख्त कर बाजार में खपाने की शिकायतें प्राप्त हो रही थी लगातार मीडिया में खबरें भी प्रकाशित हो रही थीं जिसके बाद खाद्य नियंत्रक एक्शन मोड पर आते हुए ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के कड़े निर्देश दिए है.. जिसके बाद आज टीम सरकंडा और तिफरा स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान का निरीक्षण किया गया.. जहां स्टॉक पंजी समेत तराजू उपलब्ध चावल की जांच की गई, इसके अलावा राशन लेने दुकान पहुंचने वाले लोगों का बयान भी दर्ज किया गया.. मामले की जानकारी देते हुए सहायक राजीव लोचन तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, शासन द्वारा तीन माह का चावल एकमुश्त हितग्राहियों को दिया जा रहा है, दुकान में व्यवस्थाओं को चेक करने और शिकायत संबंधी जांच करने के लिए टीम निकली हुई है..
खाद्य विभाग की टीम ने सबसे पहले सरकंडा के राजस्व कॉलोनी के पास स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान दुकान की जांच में पहुंचे जिसके बाद टीम तिफरा पहुंची जहां टीम को जांच के दौरान गड़बड़ी देखने को मिली, मामले को लेकर शहर के खाद्य निरीक्षक मंगेश कांत द्वारा रिपोर्ट बनाई जाएगी, हालांकि जांच संबंधी जानकारी के लिए जब खाद्य निरीक्षक मंगेश कांत को फोन लगाया गया तो उन्होंने हमेशा की तरह फोन नहीं उठाया और न जवाब दिया.. देखने वाली बात होगी कि, बीते दिन स्वतंत्र आवाज़ की टीम द्वारा शहर के आजाद नगर में स्थित श्री गणेश सहकारी उप समिति द्वारा जनता के राशन में हेरा फेरी की खबर प्रकाशित की गई थी, जिसके विषय में खाद्य निरीक्षक मंगेश कांत से जांच संबंधी जानकारी भी मांगी गई लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.. हालांकि पूरे मामले में खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है.. इन सब के बीच एक बात साफ हो गई है कि, खाद्य विभाग में जब से खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने कमान संभाली है तब से विभाग पूरी तरह एक्टिव नजर आ रहा है उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जनता के राशन वितरण में किसी भी प्रकार के अनियमितता बर्दाश्त न किए जाने के निर्देश दिए है..
