स्वतंत्र अवाज विशेष
घर के बाहर नग्न अवस्था में मिली खून से लथपथ महिला.. पुलिस ने दर्ज किया जान से मारने का मामला दर्ज, परिजनों ने जताई रेप की आशंका.. गुंडागर्दी से थर्रा रहा सरकंडा क्षेत्र..
बिलासपुर– प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र मे एक बुजुर्ग महिला के घर के सामने नग्न अवस्था खून से लथपथ मिलने से इलाके मे हड़कंप मच गया.. वही सरकंडा पुलिस ने इतने गंभीर अपराध मे 307 के तहत मामला दर्ज कर मामले लिया है, लेकिन बुजुर्ग महिला के परिजनों का आरोप है की मामले मे ठीक तरह से जांच नहीं की गई है और सिर्फ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है.. परिजनों और आसपास के लोगो से मिली जानकारी के अनुसार 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला जो पेंशन के भरोसे सरकंडा क्षेत्र मे अकेले रहती थी, उस पर कुछ लोगो ने जानलेवा हमला कर पत्थर से उसके सिर और छाती पर गंभीर वार कर उसकी हत्त्या करने की कोशिश भी की..
मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे जब क्षेत्र मे रहने वाले लोगो ने लहुलुहान अवस्था मे महिला को घर के बाहर नग्न अवस्था मे देखा तो इसकी सूचना उनके परिजनों और पुलिस को दी आसपास के लोगो ने दावा किया है की बुजुर्ग महिला के शरीर पर किसी प्रकार का कोई कपड़ा नही था, किसी तरह डायल 112 की गाड़ी घटनास्थल मे होने के बाद भी परिजनों ने गंभीर हालात मे आटो के माध्यम से सिम्स अस्पताल मे करीब सुबह साढ़े 9 बजे भर्ती करवाया गया.. जिसके बाद महिला की हालत गंभीर होने पर रायपुर एम्स रिफर कर दिया गया.. जहाँ उसकी स्तिथि नाजुक बनी हुई है
एक बुजुर्ग महिला के साथ हुए मामले में पुलिस की लापरवाही देखने को मिली है.. घटनास्थल पर नग्न अवस्था मे घायल महिला के मिलने की पुख्ता जानकारी होने के बाद भी पुलिस ने इस मामले मे धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया जिसके कारण महिला सम्बन्धित गंभीर आरोप पर पुलिस की कार्यवाही संदेह के घेरे मे है..? महिला को मंगलवार की सुबह सिम्स अस्पताल भेजा गया था और मंगलवार को ही रात 9 बजे रायपुर रेफर कर दिया गया था.. बुधवार दोपहर जब मीडिया ने मानवता को शर्मसार करने वाली दरिदंगी और हैवानियत की खबरों की जानकारी लगी तो इसकी जानकारी लेने पर थाना प्रभारी निलेश पांडे ने सामूहिक दुष्कर्म के परिजनों के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए सिर्फ महिला पर जानलेवा हमले की पुख़्ता पुष्टि की और नग्न अवस्था में मिलने की बात को स्वीकारते हुए दुष्कर्म को जांच का विषय बताया..
वही जब मीडिया की टीम ने पूरे मामले मे सिम्स अस्पताल जा कर प्रबन्धन से मुलाकात करते हुए महत्वपूर्ण जानकारी ली.. सिम्स प्रबन्धन से मिली जानकारी के अनुसार महिला को कल रात ही उसकी हालत को देखते हुए रायपुर के एम्स रिफर् कर दिया गया है, मीडिया संस्थानों को बुजुर्ग महिला से हुई घटना मे दिलचस्पी को देखते हुए थाना प्रभारी ने आनन फानन मे करीब 2 बजे के आसपास अस्पताल में मेमो भेज आशंका जताई की महिला के साथ कुछ गलत काम किया गया है.. सिम्स अस्पताल मे भर्ती करवाये जाने के करीब 28 घंटे के बाद आये थाने से आये कागज से सिम्स प्रबन्धन भी असमंजस मे आ गया क्योकि तब तक महिला को रायपुर भेजा जा चुका था..
डाक्टर ने भी माना है की पुलिस ने इस मामले मे गंभीर लापरवाही बरती है और यदि परिजनों ने पुलिस से किसी घटना का संदेह जारी किया था तो तत्काल पुलिस को इसपर एक्शन लेना चाहिए साथ ही डाक्टरो ने बातचीत मे जानकारी भी दी की समय बीत जाने के बाद मेडिकली सबूत भी नष्ट हो जाते है और मेडिकली अदालत मे दुष्कर्म साबित करना मुश्किल होता है..
वही तमाम जानकारी होने के बाद भी सरकंडा प्रभारी निलेश पांडे ने वी आई पी ड्यूटी का हवाला देखकर एक सब इंस्पेक्टर को अकेले ही इतने संवेदनशील मामले का जांच करने घटनास्थल पर भेज दिया ना तो जांच करने पहुंचे सब इंस्पेक्टर के साथ ना तो फॉरेंसिक टीम थी और ना ही कोई महिला आरक्षक या विवेचक.. इतना ही नही मामले मे मौके पर मौजूद खून, मिट्टी और सबूतो को भी परिजनों के हाथो उठवाया गया..