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अवैध शैक्षणिक संस्थान हैं महर्षि विश्वविद्यालय- रंजित सिंह.. छात्रवित्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहा प्रबंधन..
बिलासपुर– एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व में सी एल जायसवाल सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग को महर्षि विश्वविद्यालय के द्वारा किए जा रहे करोड़ों के छात्रवित्ति घोटाले पर कार्रवाई हेतु ज्ञापन सौंपा गया.. जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि, बिलासपुर जिले के मंगला में संचालित महर्षि यूनिवर्सिटी के द्वारा कूटरचित तरीके से छात्रवित्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा कर छत्तीसगढ़ शासन को करोड़ों रुपयों का वित्तीय क्षति पहुंचाने का काम किया जा रहा है.. रंजीत सिंह ने महर्षि विश्वविद्यालय के बारे में आगे बताते हुए कहा कि महर्षि विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा एक ही भूमि भवन के दस्तावेज से दो शैक्षणिक संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है महर्षि विश्वविद्यालय में कार्यरत शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक कर्मचारियों के दस्तावेजों के साथ ही महर्षि विश्वविद्यालय के भूमि भवन के दस्तावेजों को दर्शाकर राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE)से कूट रचित तरीके से मान्यता प्राप्त कर महर्षि शिक्षा संस्थान (शिक्षा विभाग) मंगला बिलासपुर के नाम से अवैध शैक्षणिक संस्थान का संचालन किया जा रहा है दोनों ही संस्थान के विद्यार्थियों को नियम विरुद्ध छात्रवृत्ति प्रदान कर छत्तीसगढ़ शासन के साथ बड़ी धांधली करते हुए भारी वित्तीय क्षति पहुंचाया जा रहा है, इस संपूर्ण प्रक्रिया में छात्रवृत्ति विभाग के बिलासपुर जिले के उच्च अधिकारियों की मिली भगत एवं सांठगांठ से भ्रष्टाचार करते हुए छत्तीसगढ़ शासन को चूना लगाया जा रहा है।इस पर NSUI द्वारा सहायक आयुक्त से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाकर दस दिन के भीतर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई अन्यथा की स्थिति में NSUI आदिम जाति कल्याण विभाग में उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएगी.. ज्ञापन सौंपने में NSUI जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के साथ मुख्य रूप से प्रदेश सचिव लोकेश नायक, जिला उपाध्यक्ष सुमित शुक्ला, विपिन साहू, जिला महासचिव प्रवीण साहू, जिला महासचिव शिवांश पाठक, जिला सचिव उमेश चंद्रवंशी,।राज नायक, मुकेश साहू, विपिन तिग्गा, बिट्टू साहू, अर्पित लकड़ा, अजय पटेल, फैयाज अहमद आदि NSUI के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे..