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“ऑपरेशन सिपाही 175000 रक्षा सूत्र” संग्रह किया.. सैनिक भाइयों की कलाई पर सजेगी छत्तीसगढ़ की बहनों की राखी..

बिलासपुर– पूर्व सैनिक संगठन “सिपाही”, पूर्व सैनिक महासभा एवं सभी राष्ट्रभक्त संगठनों का भारतीय सेना के लिए सम्मानपूर्ण व भावनात्मक अभियान “ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र” 2024 कार्यक्रम का आगाज रोटरी क्लब भवन से किया गया.. इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिक संगठन “सिपाही”, पूर्व सैनिक महासभा के सभी सहयोगी, पूर्व सैनिक संगठन व सामाजिक संगठनों के समन्वय से भारत की बहनों व स्कूली बच्चों के हाथों से बनी राखियों को सीमा में तैनात सोलह लाख सिपाहियों की कलाई तक पहुंचाने का प्रयत्न किया जा रहा है..
इस कार्यक्रम के आयोजन पूर्व सैनिक महेंद्र प्रताप सिंह राणा जी ने अभियान का उद्देश्य बताते हुए कहा कि पूर्व सैनिक महासभा छत्तीसगढ़ और पूर्व सैनिक संगठन सिपाही विगत वर्ष से रक्षाबंधन पर छत्तीसगढ़ से भारतीय सीमाओं पर रक्षा सूत्र रक्षक कलाइयों तक पहुंचाने का अभियान “ऑपरेशन सिपाही रक्षासूत्र” चला रहा है.. जिसमें छत्तीसगढ़ से देश के विभिन्न शहरों से यह अभियान सेना मुख्यालय तक भारत के सैनिकों के लिए राखियां रक्षा सूत्र पहुंचता है। विगत वर्ष 2023 में 6लाख 71हजार रक्षासूत्र सैनिकों तक पहुंचा कर भारतवासियों के देश प्रेम को गौरवान्वित किया है। यह अभियान इस वर्ष 2024 में प्रारंभ हो चुका है। एकत्रीकरण अनावृता जारी है। संग्रहण स्कूल, सामाजिक संगठनों, ग्राम पंचायत, वार्डो से होगा। जिसमें स्कूली बच्चों व जनसाधारण लिफाफा से सिर्फ रक्षा सूत्र, पत्र, स्वयं का पता और “एक चुटकी गांव की मिट्टी” (सैनिकों को तिलक के लिए) रक्षक भारतीय सैनिकों को भेजेंगे। रक्षा सूत्र सड़क के रास्ते सेना मुख्यालय तक पहुंचाएंगे। जो सैनिक भाई भारत माता की संतान है और पूरे भारत के परिवार है जो सबकी रक्षा के लिए बहुत दूर-दूर स्थान पर है तो उनके पास इस रक्षा सूत्र को पहुंचाने के लिए बाय रोड ही सभी की राखियां बहनों की व्याख्या एकत्रित करके पहुंच जाने का कार्य करके बहुत खुशी मिलती है। इस अभियान में सैनिकों के लिए रक्षा सूत्र कोई भी राष्ट्रभक्त नागरिक प्रेषित कर सकता है। यह रक्षा सूत्र का मार्ग रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, खैरागढ़, कवर्धा, मुंगेली, बिलासपुर, अंबिकापुर, रामानुजगंज, औरंगाबाद, पटना, छपरा, बलिया, मऊ, गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, इटावा, आगरा, मथुरा, दिल्ली तक रहेगा। राणा जी ने सभी उपस्थित समाज सभी सेवा संगठन एवं विशेष कर ब्रह्माकुमारी बिलासपुर मुख्य सेवाकेंद्र संचालिका स्वाति दीदी का बहुत ही धन्यवाद किया..
इस उपलक्ष्य पर ब्रह्माकुमारीज बिलासपुर की मुख्य शाखा राजयोग भवन की संचालिका बीके स्वाति दीदी ने कहा कि हमारा भारत देश त्योहारों का देश है और हर त्यौहार हमारी संस्कृति, सभ्यता और परंपरा से हमें जोड़ता है। हर कोई चाहता है कि हम त्यौहार अपने ही घर एवं परिवार के साथ मनाएं। हम सभी हर साल अपने भाई-बहनों के साथ रक्षाबंधन मनाते हैं। लेकिन हमारे देश के सैनिकों को ज़्यादातर त्यौहार अपने परिवार के साथ मनाने का मौका नहीं मिलता। वे अपने देश की दुश्मनों से रक्षा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। हम अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी रहते हैं क्योंकि सैनिक हमारी सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। सैनिक अपनी कलाई पर राखी बांधने के लिए कहे बिना ही पूरे दिल से हमारी रक्षा करते हैं। हमारे जीवन शान्तिपूर्वक है। हमारे त्यौहार उल्लास से भरे होते हैं और हमारी खुशियों में आत्मिक संतुष्टि होती है और यह सब उन सैनिकों की वजह से है जो हमारी जान की रक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात हैं। इन सैनिकों ने पूरे भारत देश को अपना घर और हम सब भारतवासियों को अपना परिवार माना है इनका समर्पण और बलिदान हमारी सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित करता है..
रोटरी क्लब बिलासपुर के अध्यक्ष पवन नालोटिया जी ने सभी उपस्थित समाज सेवा संगठनों का धन्यवाद किया एवं उन्होंने कहा आज से 6 तारीख की सुबह 10:00 बजे तक जो भी रक्षा सूत्र सैनिक भाइयों के लिए भेजना चाहते हैं तो वह दिन में किसी भी समय रोटरी क्लब में आकर दे सकते हैं.. ब्ह्माकुमारीज बिलासपुर की मुख्य शाखा राजयोग भवन के द्वारा सिपाही भाईयों के लिए थर्माकोल में स्वास्तिक की डिजाइन में बनाई गई बड़ी राखी सभी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रही। आज बिलासपुर के विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं स्कूल के द्वारा एक लाख पचास हज़ार से अधिक राखियां एकत्रित की गई.. बिलासपुर के सभी सामाजिक संगठनों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठन के साथ पूर्व सैनिक वारिस जी, डीके सिंह जी आदि उपस्थित रहे। सहयोग फाउंडेशन की अध्यक्ष भाजपा नेत्री किरण सिंह ने कुशल मंच संचालन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में चंचल सलूजा जी विशेष सहयोग रहा..

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