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तो क्या भाजपा नेता ने बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए रची थी भरत कश्यप के खिलाफ साजिश.. मजदूर विवाद मामले में खुलकर बोले भरत.. राजेश पाण्डेय ने की बचने की कोशिश.. शिकायत पर पुलिस रिपोर्ट भी आई सामने..

बिलासपुर नगर निगम के वार्ड पार्षद भारत कश्यप पर लगे हुए आरोपी का जवाब देते हुए भारत कश्यप ने भारतीय जनता पार्टी के नेता राजेश पांडे द्वारा रचित षड्यंत्र करार दिया है, दरअसल पिछले दिनों मिस्त्री का कार्य करने वाले इंद्र कुमार लहरे ने वार्ड पार्षद भारत कश्यप के खिलाफ महंताना देने और मारपीट का आरोप लगाया था, इसके बाद अब भरत कश्यप ने इस मामले पर अपना पक्ष रखा है, मीडिया को जानकारी देते हुए भरत कश्यप ने कहा है कि, इंद्र कुमार लहरे अपनी पत्नी के साथ नगर निगम का कार्य कर रहा था जिसका भुगतान उसे समय-समय पर अजय पाल द्वारा किया जा रहा था लेकिन कुछ दिनों पहले जब उसे वार्ड पार्षद द्वारा कार्य की जिम्मेदारी दी गई तो वह शराब के नशे में कार्यस्थल से भाग गया और पार्षद द्वारा सवाल करने पर उनसे बहस करने लगा वही बहस के बाद इंद्र कुमार मौके से फरार हो गया.. मामले की शिकायत के बाद भरत कश्यप ने अपना जवाब पुलिस को प्रस्तुत कर दिया है और इस पूरे मामले को भाजपा नेता राजेश पांडे का षडयंत्र बताया है.. 
भरत कश्यप ने कहा है कि राजेश पांडे द्वारा क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता हजम नहीं हो रही है और उन्हें बदनाम करने के लिए समय-समय पर उनके द्वारा ऐसा षड्यंत्र रचा जाता है इतना ही नहीं भरत कश्यप ने राजेश पांडे और इंद्र कुमार लहरे के खिलाफ बीते साप्ताहिक एसपी को शिकायत भी सौंपी है और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है वहीं दूसरी ओर भरत कश्यप का कहना है की उनपर आरोप लगाने के बाद इंद्र कुमार और उनकी पत्नी को राजेश पांडे ने जबरिया कोटा स्थित अपने फार्म हाउस पर छुपा कर रखा है, वही उन्होंने एक पत्र भी जारी किया जिसमें पुलिस द्वारा जांच में इंद्र कुमार के आप को निराधार पाया गया है, 
वार्ड पार्षद भरत कश्यप ने बयान जारी करते हुए कहा है कि राजेश पांडे द्वारा इस तरह की ओछी हरकत पहले भी की जा चुकी है, राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को छोड़ अब राजेश पांडे अपनी खोते जनाधार को देखते हुए तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर उन्हें परेशान करने में लगे हुए हैं, आगामी नगरीय निकाय चुनाव में अपनी हार को सामने देखते हुए राजेश पांडे हुए हैं, वही इस मामले में जब राजेश पांडे का पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन किया गया तो उन्होंने मामले का संज्ञान होने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि वह किसी भी मामले में नहीं पढ़ना चाहते हैं देखने वाली बात होगी कि, पुलिस की जांच के बाद इंद्र कुमार का आरोप झूठा साबित होता दिखाई दे रहा है, ऐसे में अब राजेश पांडे पर आरोप लगने शुरू हो गए हैं, और वह किस तरह इन आरोपों का जवाब देते हैं..

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