स्वतंत्र अवाज विशेष
गृहमंत्री अपनी सरकार का विश्वास खो चुके है, मुख्यमंत्री ने उन्हें क़ानून व्यवस्था की बैठक में शामिल नहीं किया, दिखावे के गृहमंत्री को पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए— शैलेश..
बिलासपुर- बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने सरकार पर तंज कसा है, बयान जारी करते हुए पूर्व विधायक ने कहा है कि.. पीछले दो दिनों से प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी की कांफ्रेंस कर रहे थे और इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री प्रदेश की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं और विषयों पर उन्होंने चर्चा किया और इस समीक्षा बैठक में उनके साथ प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे लेकिन आज जब उन्होंने प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पर दिनभर महत्वपूर्ण चर्चा किया, जिसमे गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महोदय और प्रदेश के डीजीपी साहब को बैठक में शामिल किया तो उन्होंने अपने ही मंत्रीमण्डल के वरिष्ठ मंत्री जो कि उप मुख्यमंत्री भी है जिनके पास गृह विभाग जैसा महत्वपूर्ण विभाग है, लेकिन उनको बैठक में आमंत्रित नहीं किया और उनको इस बैठक से दूर रखा गया, ये बात कोई सामान्य नहीं है, आमतौर पर मुख्यमंत्री जिस विभाग की समीक्षा करते है उस विभाग के मंत्री को जरुर बिठाते है ये जरुरी भी है और परंपरा भी है लेकिन आज छत्तीसगढ़ में कुछ एसा हुआ, जिससे ये समझ आया कि प्रदेश की बदतर क़ानून व्यवस्था से नाराज़ मुख्यमंत्री ने अपने ही गृहमंत्री को नहीं बुलाया इसका मतलब साफ़ है कि, गृह मंत्री अपना विश्वास खो चुके है और अपने विभाग से दूर कर दिये गये है और अपने अधिकारियों की नजर में भी अब वो उतने ज़िम्मेदार नहीं दिखाई पड़ रहे है, यानि मुख्यमंत्री ग्रह विभाग को ख़ुद चलाना चाहते है और विजय शर्मा को नाम का मंत्री बनाया हुआ है, इसलिए प्रदेश में सरकार ने जनता का भी विश्वास खो दिया है और पूरे प्रदेश में सिर्फ हत्या,दुष्कर्म,चाकूबाज़ी और लूट की घटनाएँ हो रही है और नशे एवं जुआँ और सट्टा पूरे प्रदेश में फलफूल रहा है और पैसा नीचे से ऊपर तक पहुँचाया जा रहा है, नशे की बिक्री इतनी ज्यादा हो रही है कि महिलाओं को फ़ी ऑफ़र देकर शराब पिलाई जा रही है,शायद इसलिए मुख्यमंत्री को अब गृह मंत्री पर विश्वास नहीं रह गया है और गृह मंत्री को तत्काल इस्तीफ़ा दे देना चाहिए..