स्वतंत्र अवाज विशेष

साय के पार्टी छोड़ने पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने की भगवान से प्रार्थना.. भाजपा की प्रार्थना पर कांग्रेस का पलटवार..

सत्ता पक्ष के खिलाफ मुद्दे ढूंढकर आने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने का रास्ता तलाश रही बीजेपी को उस वक़्त बड़ा झटका लगा जब अचानक बदलते मौसम के मिजाज के बीच रविवार की रात भूचाल आ गया जब बीजेपी में वरिष्ठता की सूची में प्रथम पंक्ति में शामिल आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया….साय के इस्तीफा देने के फैसले से प्रदेश से लेकर केंद्रीय संगठन में खलबली मच गई … मनाने का दौर शुरू हुआ… लेकिन बीजेपी के मनाने का सपना टूट गया … हालात ये हो गयी बीजेपी के बड़े नेता साय के आवास इस उम्मीद में पहुचते रहे कि उन्हें मना लिया जाएगा… लेकिन सुबह तक यही जवाब बीजेपी के नेताओ को मिलता रहा कि वे बंगले में नही है दिल्ली गए हुए है और नेता लौटते रहे… और कुछ समय के बाद साय ने फूल मालाओं का हार पहनते हुए कांग्रेसी रंग में रंगते हुए कांग्रेस गमछा पहनकर कांग्रेस के हो गए… इसके बाद शुरू हुआ कांग्रेस और बीजेपी के बीच बयानबाज़ी का दौर… सत्ता पक्ष को इसलिए खुशी क्योकि बीजेपी का एक बड़ा चेहरा जो खास आदिवासी क्षेत्रों में अच्छी पकड़ रखते हो 1977 से आदिवासी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए पार्टी में लंबे समय तक बड़े पदों में रहने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए.. जाहिर है बीजेपी को मायूसी तो होगी , मलाल के बीच बीजेपी अब अपनी निराशा को छिपाते हुए साय के पार्टी छोड़ने पर अलग अलग तरह का बयान दे रही है… बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने तो साय के पार्टी पर मिले दायित्त्वों की लंबी फेहरिस्त गिना दी वही आज बिलासपुर के बीजेपी दफ्तर पहुँचे पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने साय के पार्टी छोड़कर जाने पर कुछ इस तरह का बयान देकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा को छेड़ दिया है.. उन्होंने कहा कि..
“आदिवासी नेता नंदकुमार सहाय के  पार्टी छोड़ने पर कहा- भगवान उनकी मनोकामना पूरी करें..कांग्रेस में जिस मनोकामना से कांग्रेस में गए है, वह पूरी हो करुणा शुक्ला जैसा हाल न हो, भगवान से प्रार्थना करूंगा” पूर्व नेता के इस बयान में उनके पार्टी छोड़कर जाने और उन अटकलों पर विराम लगा दिया जिसमे ये कहा जा रहा था कि नंद कुमार साय को मनाने की कोशिशें जारी है.. और रूठे को मना लिया जाएगा..
रूठने और मनाने की कोशिशों के बीच कांग्रेस ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष के बयान पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा है बीजेपी के पास कुछ बचा नही है यही है कि.. कौशिक क्रिया पर प्रतिक्रिया देने का काम कर रहे है… बीजेपी में जिस तरह से बड़े और वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा हो रही है कुछ वैसा ही हाल उनका भी है.. जहाँ तक स्व करुणा शुक्ला का सवाल है तो वे पार्टी में सच्चे  कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही थी और बीजेपी से अच्छी स्थिति में कांग्रेस में रहकर काम करही थी.. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को कांग्रेस की चिंता छोड़ अपनी चिंता करनी चाहिए..
बहरहाल बीजेपी इस झटके को माने न माने लेकिन ऐन चुनावी साल में बीजेपी के बड़े चेहरों का पार्टी छोड़ना फायदे का सौदा कतई नही माना जा सकता है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!