विक्रेता और समिति ने डाला गरीबों के चावल पर डाका.. खाद्य निरीक्षक ने नियमों की धज्जियां उड़ाकर जिसे बनाया था विक्रेता, वहीं करता रहा डाकेबाजी.. इधर जिम्मेदारी मिलते ही समिति ने भी कर दिया कारनामा.. चावल चोरी में नाप तौल अधिकारी ने लगाया जुर्माना.. अब खाद्य विभाग की बारी..
नाप तौल विभाग ने शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन करने वाली लखनी देवी स्व सहायता समूह और विक्रेता पर की कार्रवाई..

बिलासपुर– जिले के तखतपुर ब्लॉक में स्थित गनियारी शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक समिति और विक्रेता पर गरीबों के चावल को चोरी करने के मामले में नापतौल विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है.. खाद्य वितरण के दौरान तराजू में गड़बड़ी कर चावल चोरी करने शिकायत के बाद बीते 3 जुलाई को बिलासपुर नापतौल विभाग की अधिकारी निलुषा मिश्रा जांच के लिए गनियारी शासकीय उचित मूल्य दुकान पर पहुंची हुई थी पहले से मौजूद शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक राम चरण कौशिक द्वारा तीन माह का एकमुश्त चावल हितग्राहियों को दिया जा रहा था, इस दौरान नाप तौल अधिकारी ने वितरण रुकवाकर तराजू की जांच की जिसमें कम प्रदायगी का मामला सामने आया.. जिसके बाद उन्होंने दुकान संचालक और समिति को दो दिनों की मोहलत दी थी..
मामले की जांच के दौरान निलुषा मिश्रा ने फोन के जरिए जानकारी देते हुए बताया कि, गनियारी शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक राम चरण कौशिक और सोसायटी का संचालन करने वाली लखनी देवी स्व सहायता समूह द्वारा तौल में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी जिसके बाद दुकान की जांच की गई इस दौरान राशन तौलने वाले तराजू में गड़बड़ी पाई गई, दरअसल हितग्राहियों को मिलने वाले राशन में प्रति 35 किलो में 500 से 600 ग्राम की कम तौलाई हुई है, मामले में प्रकरण बनाते हुए नाप तौल अधिकारी निलुषा मिश्रा ने समिति और संचालक पर 5000 रुपए का दंड लगाया है.. उन्होंने जांच के दौरान यह भी आशंका जताई थी कि, यह कम प्रदायगी का कार्य पिछले कई महीनों से किया जा रहा है..
वहीं अब मामला स्पष्ट हो गया है कि, विक्रेता द्वारा लंबे समय से गरीब हितग्राहियों के चावल पर डाकेबाजी कर रहा था लेकिन बड़ी बात यह है कि, पिछले साल जब दुकान संचालक भीम सूर्यवंशी पर कार्रवाई हुई थी तब दुकान को तत्कालीन खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार ने दुकान को जय संतोषी मां महिला स्व सहायता समूह में अटैच कर दिया था और अपनी मनमर्जी से विक्रेता दूसरी जगह से लाकर दुकान में बैठा दिया था, इस पर जय संतोषी मां महिला स्व सहायता समूह द्वारा विक्रेता के संबंध में कोई जानकारी न होने की बात भी कही है, इतना ही नहीं 5 जून को दुकान का प्रभार गनियारी की लखनी देवी स्व सहायता समूह को देने की जानकारी भी श्याम ने संतोषी मां महिला स्व सहायता समूह को नहीं दी थी और न ही नियमों का पालन किया गया था, जिसे लेकर संतोषी मां महिला स्व सहायता समूह ने पूर्व खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार पर मनमर्जी करने का आरोप लगाया है..
गनियारी शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन करने वाली लखनी देवी स्व सहायता समूह को पिछले ही महीने 5 जून को राशन वितरण की जिम्मेदारी मिली है चार्ज लेते ही ईमानदारी से गरीबों को 3 महीने का एकमुश्त चावल देने के बजाएं हितग्राहियों के राशन पर डाकेबाजी शुरू कर दी गई.. गनियारी में लगभग 1600 राशनकार्डधारी शासन द्वारा मुफ्त चावल का लाभ उठा रहे है लेकिन सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर कालिख पोतकर डाकेबाजी का काम समिति और विक्रेता द्वारा किया जा रहा है..
चावल पर डाकेबाजी के मामले को लेकर तखतपुर के खाद्य निरीक्षक आशीष दीवान ने कहा था कि अगर दुकानदार में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो समिति और विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, नापतौल विभाग द्वारा की गई कार्रवाई और लगाएं गए जुर्माने से तय हो गया है कि, तखतपुर के गनियारी में स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन करने वाली लखनी देवी स्व सहायता समूह और विक्रेता रामचरण कौशिक ने गरीबों के चावल पर डाकेबाजी की है, अब देखने वाली बात होगी कि, दुकान के प्रभार देने में नियमों की धज्जियां उड़ाकर अपने आदमी को बैठाने वाले श्याम वस्त्रकार और शासन की महत्वाकांक्षी योजना पर कालिख पोतकर गरीबों के राशन पर डाकेबाजी करने वाली लखनी देवी महिला स्व सहायता समूह और विक्रेता रामचरण कौशिक पर किस तरह की कार्रवाई खाद्य विभाग और उच्चाधिकारी करते हैं..