स्वतंत्र अवाज विशेष
लाखों का सट्टा, सरकंडा पुलिस को चुनौती देकर चौक चौराहे में चल रहा है सट्टा का सटीक कारोबार.. अमरैया चौक, चिंगराजपारा, लिंगयाडीह में सटोरियों का जलवा..
बिलासपुर जिले में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह द्वारा प्रहार आभियान जा जा रहा है, जिसका प्रभाव भी शहर में नजर आ रहा है, चाकूबाजी और अन्य अपराधों में गिरावट भी देखने को मिली है, लेकिन शहर का सरकंडा थाना क्षेत्र इन दिनों अपराध और नशे अवैध कबाड़ समेत सट्टा का गढ़ बना हुआ है.. सरकंडा क्षेत्र में हो रहे लगातार अपराध में होती बढ़ोतरी को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, वह इन दोनों सरकंडा क्षेत्र बिलासपुर में सट्टे का सबसे बड़ा गढ़ बना हुआ है.. दरअसल बड़े क्षेत्र में फैला हुआ सरकंडा थाना अपराधियों के लिए जन्नत बन चुका है और लगातार अपराध की संख्या क्षेत्र में बढ़ती जा रही है, सट्टे का बेखौफ कारोबार थाना क्षेत्र के अलग अलग इलाकों में खुलेआम चौक चौराहा पर देखने को मिल रहा है.. सटोरिया दिन दहाड़े लाखों की सट्टा पट्टी लिखने में व्यस्त है तो वही क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाली सरकंडा पुलिस कहीं नजर नहीं आ रही है.. इसलिए तो सट्टा का कारोबार खुले आम थाना क्षेत्र में फल फूल रहा है..
एक तरफ बिलासपुर के अन्य थाना क्षेत्र में लगातार कार्रवाई की जा रही है तो सरकंडा थाना क्षेत्र के अमरैया चौक, चिंगराजपारा, लिंगियाडीह, अपोलो हॉस्पिटल के आसपास खुले आम सट्टा पट्टी लिखते सटोरिया नजर आ रहे हैं.. खुलेआम सट्टा लिख रहे लोगों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हें पुलिस का कोई भी डर नहीं है इसलिए तो कानून के सामने ही कानून को ताक पर रखकर सट्टा पट्टी लिखने का कारोबार धड़ल्ले से सटोरिए आगे बढ़ा रहे हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि सरकंडा पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है और अगर आगे कार्रवाई की जाती है तो किस तरह इस कारोबार पर नकल करने का काम पुलिस द्वारा किया जाएगा..