स्वतंत्र अवाज विशेष
पैसे लो और चलते बनो, यहां राशन नहीं दिया जाता.. भौतिक सत्यापन के बाद दुकानो की पुरानी नीति फिर शुरू.. पिछले कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी से कहा था, एफआईआर कराओ..
बिलासपुर– छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले लोगो को मुफ्त में चावल और सस्ती दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने का किया जा रहा है लेकिन दुकानदारों द्वारा जनता के चावल पर निशाना साधकर उसकी अफरा तफरी की जा रही है, बिलासपुर जिले समेत प्रदेशभर में इन दिनों शासकीय उचित मूल्य दुकान का भौतिक सत्यापन का कार्य खत्म हो चुका है, एक माह पूर्व ही विभाग द्वारा इन दुकानदारों को भौतिक सत्यापन की जानकारी दे दी गई थी, जिसके बाद संचालकों द्वारा स्टॉक रिकॉर्ड को दुरुस्त करने का काम किया गया, भौतिक सत्यापन के बाद शहर के कई राशन दुकान संचालक इस बात का भरपूर फायदा उठा रहे है.. खाद्यान्न सामग्री बांटना छोड़कर उसका पैसा देकर चावल की कालाबाजारी मे उतर आये है, खाद्य अधिकारियों को मामले की जानकारी होने के बाद भी चावल की हेराफेरी करने वाले संचालक के खिलाफ सख्त कार्यवाही नही होने से संचालक खुलेआम राशन के बदले पैसा बाँटते नजर आ रहे है..
ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है जिसमें वार्ड 30 गोडपारा मे संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालक अनाज के बदले पैसा देते हुए वीडियो मे कैद हो गया.. वही लगातार इस तरह की शिकायते और वीडियो सामने आते रहते है, लेकिन विभाग के अधिकारी इस मामले मे कुछ भी बोलने से बचते है, जिसके कारण विभाग के अधिकारी संदेह के घेरे मे है.. अनाज के बदले पैसे देने के मामले में पूर्व कलेक्टर अवनीश शरण ने कड़ा लहजे में खाद्य विभाग के अधिकारियों को ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारी पर कलेक्टर के निर्देश का खास प्रभाव नहीं पड़ता दिखाई दिया..