स्वतंत्र अवाज विशेष
पार्टी को बदनाम करने वाले व्यक्ति को साथ लेकर घूम रहे प्रदेश प्रवक्ता, प्रदेश अध्यक्ष को पता ही नहीं.. पार्टी की गरिमा को कर रहे तार-तार..
Bilaspur- छत्तीसगढ़ में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अपना जनाधार है और चुनाव के समय अच्छा वोट परसेंटेज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शेयर करती है लेकिन पिछले कुछ सालों में पार्टी की गतिविधियों और दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी की नैया मझधार में फंसती नजर आ रही है घरेलू लड़ाई से जूझती पार्टी छत्तीसगढ में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कितनी ताकत लगा पाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन हाल फिलहाल में नए नवेले नेताओं और उनके पार्टी को छवि खराब करने वाले दोस्तों की वजह से प्रदेश में पार्टी की जमकर किरकिरी हो रही है दरअसल कुछ महीने पहले पार्टी में जिला उपाध्यक्ष की कमान संभालने के बाद राहुल नार वानी नामक युवक द्वारा पार्टी के ही खिलाफ सोशल मीडिया में अभियान चला दिया था एनसीपी मुर्दाबाद, जनता का पैसा खाती है एनसीपी, एनसीपी के प्रदेश प्रवक्ता निलेश विश्वास मुर्दाबाद, जैसे शब्द लिखता पार्टी और प्रदेश प्रवक्ता को कोस रहा था लेकिन इस गंभीर विषय में प्रदेश अध्यक्ष नोबेल वर्मा को भनक तक नहीं थी ऐसे में समझा जा सकता है कि पार्टी का कानून कितना मजबूत है और पार्टी के खिलाफ मोर्चा बुलंद करने वालों को पार्टी के पदाधिकारी पार्टी से ऊपर समझकर अपने साथ पार्टी के कार्यक्रम में लेकर बड़े आराम से पहुंच जाते हैं, अंदाजा लगाया जा सकता है कि, अगर महाराष्ट्र में इस तरह की हरकत हुई रहती तो पार्टी सुप्रीमो शरद पवार कड़ा एक्शन लेकर युवा को पार्टी से बाहर कर देते और उसे कंधे में लाकर घूमने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई होती,
छत्तीसगढ़ में सिसकियों में अटकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और भोले भाले या कहें नजरअंदाज करने वाले प्रदेश अध्यक्ष जिन्हें कुछ पता ही नहीं रहता वह शायद ही कोई कार्रवाई करें.. लेकिन पार्टी के साथ ईमानदारी से जुड़े और वर्षों से काम करने वाले लोगों को यह एक तमाचे के रूप में जरूर महसूस हो रहा होगा.. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को सच्ची सेवा देने वाले लोगों को दरकिनार कर कॉर्पोरेट ऑफिस से पार्टी चलाने वाले अनुभवहीन और तुनक मिजाज प्रदेश प्रवक्ता निलेश बिस्वास आखिर क्यों राहुल नारवानी के ऊपर मेहरबान है, और क्यों उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को इस गंभीर विषय पर से अवगत नहीं कराया..
क्या कुछ दिनों पहले तक खुद को बिलासपुर का विधानसभा प्रत्याशी घोषित कर चुके प्रदेश प्रवक्ता नेता ईमानदार और पुराने नेताओं को साथ लेकर चलने की वजह पार्टी के खिलाफ खड़ा होने वाले लोगों को साथ रखना पसंद करते है और पार्टी के नियम कानून से खुद को ऊपर समझकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जैसी लोकप्रिय पार्टी को अपने महत्वाकांक्षाओं के तले कुचलकर अपने हितों को साधने में लगे हुए है.. या फिर इसे एक मजबूरी के रूप में देखा जाए, क्योंकि पार्टी ऑफिस, कॉरपोरेट ऑफिस और पार्टी कार्यकर्ता, ऑफिस के कर्मचारियों के बीच इनको शायद ही फर्क समझ आता हो.. पार्टी ऑफिस कर्मचारियों से घिरे हुए चंद लोगों के बीच खुद को नेता साबित करने की जद्दोजहद में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का कितना नुकसान आने वाले समय में होगा यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इस गंभीर मामले में प्रदेश अध्यक्ष अब क्या एक्शन लेंगे और पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाले और उसे कंधे में बैठाकर घुमाने वाले प्रदेश प्रवक्ता के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई के साथ पार्टी के लिए सच्ची श्रद्धा रखने वाले लोगों को क्या संदेश दिया जाएगा यह तो कुछ दिनों बाद ही पता चल पाएगा..