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को- ऑपरेटिव बैंक में उठाईगिरी के मामले में बिलासपुर पुलिस को मिली सफलता.. मध्य प्रदेश के नट गैंग के 03 आरोपी गिरफ्तार..

बिलासपुर– बीते 20 फरवरी को जिला सहकारी बैंक बेलतरा से 50 हजार रूपये नगदी रकम निकालकर जा रहे ग्रामीण किसान के मोटर साईकिल के डिक्की से उठाईगिरी करने वाले गिरोह के 03 सदस्यों को गिरफ्तार करने में बिलासपुर पुलिस को सफलता मिली है, गिरोह के अन्य 03 सदस्य फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.. प्रार्थी शंकर सिंह टेकाम के द्वारा थाना रतनपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि दिनांक 20.02.2022 को जिला सहकारी बैंक बेलतरा से 50 हजार रूपये नगदी रकम निकालकर कपड़ा खरीदने दुकान में गया था तभी अज्ञात अरोपियों द्वारा प्रार्थी के मो.सा. के डिक्की को तोड़कर डिक्की में रखे 50000 रूपये को चोरी कर लिया गया है। मामले में थाना रतनपुर में अपराध क्र. 154/2024 धारा 379, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ किया गया..

पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह (आईपीएस) को घटना की सूचना मिलने पर मामले को गंभीरता से लेते हुये जिले के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारी एवं थाना प्रभारियों को बैंको की सरप्राईज चेकिंग करने के निर्देश दिए गए, साथ ही उठाईगिरी करने वाले अज्ञात आरोपियों के तलाश हेतु थाना रतनपुर एवं एसीसीयू बिलासपुर के अधिकारी एवं कर्मचारियों का टीम बनाकर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए,
 
 पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा उठाईगिरी सहित बैकों में घटित होने वाले लूट/डकैती जैसे घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से जिले के सभी बैकों के शाखा प्रबंधकों का मीटिंग बुलाकर बैंक एवं बैंक के आसपास कड़ा सुरक्षा प्रबंध करने, बैकों एवं आसपास सीसीटीव्ही कैमरा लगाने, बैकों में सुरक्षा गार्ड तैनात करने, इमरजेंसी अलार्म सिस्टम ठीक करने एवं बैकों में आने वाले आगंतुकों का नाम पता नोट करने आदि निर्देश दिए गए। जिले में उठाईगिरी के अन्य घटनाओं को रोकने हेतु समाचार माध्यमों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार कर आम जनता को जागरूक किया जा रहा है..
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह से प्राप्त निर्देश के पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कोटा सिद्धार्थ बघेल, नोडल अधिकारी सायबर सेल कृष्ण कुमार पटेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रतनपुर प्रशिक्षु आईपीएस  अजय कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम के द्वारा उठाईगिरी के मामले में अज्ञात आरोपियों की तलाश प्रारंभ की गई.. 
लगभग 150 सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज खंगाले गए
को-आपरेटिव बैंक में लगे सीसीटीव्ही कैमरों के अवलोकन पर पाया गया कि 02 आरोपी ग्रामीण वेशभूषा में बैंक के अंदर बैठे हुए हैं, अन्य 04 आरोपी दो अलग-अलग मोटर साईकिलों में बैंक के आसपास घूम रहें है, जैसे ही प्रार्थी बैंक से रकम आहरण कर बैंक से बाहर निकलता है, अंदर ग्रामीण वेशभूषा में बैठे हुए आरोपियों से कुछ इशारा मिलते ही मोटर साईकिल सवार आरोपी ग्रामीण के पीछे जाते हुए दिखाई देते हैं। घटना स्थल के आसपास अन्य कैमरे न होने से आरोपीगण का पता नहीं चल सका किंतु बैंक से प्राप्त सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर घटना स्थल के पास से निकलने वाले सभी रास्तों पर लगभग 20 किमी. एरिया में लगे सभी सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज चेक किए गए, पाया गया कि आरोपीगण खण्डोवा मंदिर, कलमीटार, जोगीपुर होकर कोटा की ओर गए हैं। इस आधार पर रास्ते में सभी सीसीटीव्ही कैमरों की चेकिंग की गई, किंतु हर रास्ता आगे जाकर तीन या चार रास्तों में विभक्त हो जाता है, जिससे टीम को सभी रास्तों के कैमरों को चेक करना पड़ा अंततः आरोपीगण को-आॅपरेटिव बैंक, कोटा के पास भी रेकी करते हुए मिले, किंतु आगे कैमरा न होने से आरोपीगण आगे किस रास्ते से होकर भागे पता नही चल पाया। टीम के सदस्यों द्वारा मुंगेली एवं गौरेला-पेन्ड्रा की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे कैमरों की चेकिंग की गई पर आरोपीगण का पता नहीं चल पाया। 
सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियो से हुई आरोपीगण की पहचान..
 
पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के निर्देश पर को-आपरेटिव बैंक, बेलतरा में आरोपीगण का प्राप्त फुटेज को सायबर सेल द्वारा विभिन्न जिलों के साईबर सेल एवं नेशनल सायबर क्राईम ग्रुप में वायरल किया गया था, वीडियो को देखकर ग्रुप के सदस्यों द्वारा आरोपीगण को थाना मझौली जिला सीधी म.प्र. एवं थाना व्यौहारी जिला शहडोल म.प्र. निवासरत् नट गिरोह के होने की संभावना जाहिर किया गया था, इस संभावना के आधार पर टीम द्वारा स्थानीय मुखबिरों को सीसीटीव्ही फुटेज भेजकर पहचान कराया गया तब थाना मझौली क्षेत्र के स्थानीय मुखबिर ने आरोपी जितेन्द्र कुमार उर्फ जीतू कंजर की पहचान की गई। 
आरोपीगण को थाना व्यौहारी जिला शहडोल से हिरासत में लिया गया..
  मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना मझौली एवं थाना व्यौहारी क्षेत्र में जाकर आरोपीगण की तलाश किया जा रहा था किंतु आरोपीगण शातिर किस्म के हैं। घटना घटित करने के बाद किराये के मकान या रिस्तेदारों के घर में रहते हैं, जिससे पुलिस टीम को आरोपीगण के तलाश में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा तीन दिन तक कैंप कर आरोपीगण की तलास की गई। अन्ततः तीन आरोपीगण को पकड़ने में सफलता मिली।
06 आरोपियों ने गिरोह बनाकर घटना को दिया अंजाम..
पूछताछ में अरोपीगण ने बताया कि जितेन्द्र उर्फ जितु कंजर गिरोह का मुखिया है जिसका भाई रवि कंजर, दोस्त उमेश, रंजित उर्फ रन्नो, लहरू एंव मखाडू गिरोह के सदस्य है। जिस स्थान पर घटना घटित करना होता है, वहां रजित उर्फ रन्नों एवं रवि कंजर ग्रामीण के वेश भूषा में बैंक के अन्दर जाकर रकम निकाल रहे ग्राहको की रेकी करते है, रवि कंजर, उमेश, लहरू, मखाडू मोटर सायकल में पीछा करते है और जहां मौका मिलता है वहां से रकम उठाईगिरी कर भाग जाते है।
सीधे साधे एवं ग्रामीण परिवेश के लोगो को बनाते है निशाना..
आरोपीगण ने पूछताछ पर बताया कि उठाईगिरी करने के लिए बैंको के आसपास रेकी कर सबसे पहले सीधे साधे एवं ग्रामीण परिवेश के लोगो की पहचान करते है और जो व्यक्ति भोला भाला प्रतीत होता है उसका पीछा कर मौका मिलते ही रकम लेकर फरार हो जाते है। 
घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल एवं नगदी रकम 13500 रूपये जप्त
 मामले में आरोपीगण ने बताया है कि ग्रामीण से उठाईगिरी किये गये रकम में से प्रत्येक व्यक्ति को आठ हजार रूपये हिस्सा मिला था जिनमें से कुछ रकम खर्च कर दिये है। आरोपी जितेन्द्र कंजर से घटना में प्रयुक्त 01 टीव्हीएस रायडर मो.सा. नगदी 5000 रूपये आरोपी रवि कंजर से 4500 रूपये एवं रंजित उर्फ रन्नो से 4000 रूपये कुल 13500 रूपये जप्त किया गया है। शेष फरार आरोपियों की तलास की जा रही है। 

उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक देवेश राठौर, प्रभारी एसीसीयू उप निरीक्षक कृष्णा साहू, प्र.आर. देवमुन पुहुप, बलबीर सिंह, आर. सरफराज खान, बोधुराम कुम्हार, विरेन्द्र गंधर्व, निखिल राव जाधव, सुरेन्द्र सिंह पोर्ते, प्रशान्त राठौर, विकास राम, थाना रतनपुर से प्र.आर. विकास सेंगर, आर. दीपक मरावी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है..

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