स्वतंत्र अवाज विशेष
अगर स्वस्थ चर्चा थी तो क्यों जारी हुआ नोटिस.. मीडिया के सामने कांग्रेस शहर अध्यक्ष का झूठ.. बिलासपुर कांग्रेस में आपसी लड़ाई की लंबी लिस्ट..
बिलासपुर के कांग्रेस भवन में बीते दिन प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की बैठक के बाद कांग्रेस भवन के सामने पूर्व महापौर राजेश पांडे और बिलासपुर जिला प्रभारी सुबोध हरितवाल के बीच जमकर तू तू मैं मैं हुई थी इस दौरान राजेश पांडे ने अब शब्दों का भी प्रयोग किया था मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा पूर्व महापौर राजेश पांडे को नोटिस जारी किया गया है लेकिन लगातार कांग्रेस नेता इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे विवाद के बाद शहर अध्यक्ष विजय पांडे ने इसे स्वस्थ चर्चा बताया था लेकिन अब उन्हीं के द्वारा और वह महापौर को नोटिस जारी किया गया है..
बिलासपुर की राजनीतिक इतिहास में कांग्रेस के नेताओं की आपसी लड़ाई बहुत पुरानी है इसका खामियाजा कांग्रेस को हमेशा से चुनाव के समय भुगतना पड़ा है सत्ता के दौरान और संगठन में लगातार इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं कांग्रेसी नेताओं में आपसी खींच तान की वजह से उन्हें कई बार दिक्कतो का सामना भी करना पड़ा है, कांग्रेसी नेता तो यहां तक तभी जुबान में कहते नजर आते हैं कि वर्चस्व की लड़ाई एक कारण था जिसकी वजह से 2023 में उन्हें विधानसभा चुनाव में हर का सामना करना पड़ा इतना ही नहीं पब्लिक के बीच में कई बार नेताओं की लड़ाई सुर्खियां बनी है, इससे पहले भी पूर्व विधायक शैलेष पांडे और तत्कालीन ब्लॉक अध्यक्ष तैयब हुसैन की बीच विवाद हुआ था, कांग्रेस के लिए बड़ा सरदर्द सत्ता और संगठन में आपसी तालमेल का न होना रहा है, ऐसे में कांग्रेस इस लड़ाइयां से ऊपर उठकर आने वाले चुनावों में भाजपा के खिलाफ कैसे खड़ी होगी यह देखने वाली बात होगी, भले ही सार्वजनिक मंच पर बड़े नेता आपसी विवाद खींच तान की बात से इंकार करते हो लेकिन सार्वजनिक मंचों पर खुलेआम इस तरह का विवाद पार्टी को नुकसान जरूर पहुंचाता है..