स्वतंत्र अवाज विशेष
क्या सिर्फ वसूली ही रह गया है बिलासपुर आबकारी की टीम का काम?.. आधी रात तक चल रहे बार, कोचियों के धंधे को भी संरक्षण..
बिलासपुर– जिले का आबकारी विभाग इन दिनों वसूली भाई की भूमिका का पर्याय बना दिख रहा हैं, केवल दूर दराज के गांव में जाकर टीम द्वारा जिले की आबकारी टीम द्वारा कच्चे शराब पर कार्रवाई कर जिम्मेदारी के निर्वहन का ढोल पीटा जा रहा है.. शहर में इन दोनों आबकारी विभाग द्वारा बार और अवैध कोचियो को किस तरह से संरक्षण दिया गया है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, देर रात तक शहर के बार संचालक और अवैध कोशिका नियमों को तहस-नस का शहर में नशा बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं.. ऐसे में सवाल उठता है कि, आबकारी अधिकारी के संरक्षण में शहर में देर रात तक बार खुले रहने से आखिर आबकारी की टीम को इसका जीता जागता उदाहरण बीती रात देखने को मिला जब पुलिस जोनल अधिकारी रोशन आहूजा देर रात 2:00 बजे हेवन्स पार्क होटल के पब में जांच के लिए पहुंचे, पब संचालक नियम विरुद्ध देर रात तक भर संचालित कर रहा था.. इतना ही नहीं मौके पर पहुंचे जनरल अधिकारी से वहां के लोग वाद विवाद करने लगे इसके बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया वहीं अब बार लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई भी कर रही है
ऐसे में उम्मीद लगाए जा सकता है कि शहर का आबकारी अमला और पश्चिम सर्किल की जिम्मेदारी संभाल रहे सहायक आबकारी अधिकारी छवि कुमार पटेल अपने जिम्मेदारियां का निर्वहन कितने ईमानदारी से कर रहे होंगे, इतना ही नहीं उनके क्षेत्र में लगातार कोचियों की संख्या भी बढ़ते जा रही है, जो देर रात होने के बाद शराब परोसकर नशे के व्यापार को बढ़ाने में लगे हुए हैं.. एक तरफ बिलासपुर पुलिस द्वारा नशे के व्यापार पर प्रतिबंध लगाने निजात अभियान चलाया जा रहा है वही दूसरी और आबकारी के अधिकारी और इंस्पेक्टर अपनी जेब भरने के चक्कर में शहर में अवैध नशे और देर रात बार और पबो को संचालित करने में संरक्षण प्रदान कर रहे हैं..